Heatwave Havoc: Stay Cool with Our High Temperature Alert!

गर्मी की मार है तमाम लोग इससे परेशान हैं और लगातार मौसम विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की जा रही है लोगों से भी अपील किया जा रहा है कि अगर बहुत ज्यादा जरूरी ना हो तो आप धूप में ना निकले गर्मी से निजात पाने के लिए हर उपाय अपनाए मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी कि इस बार गर्मी सामान्य से कहीं ज्यादा बढ़ने जा रही है और इसका असर दिखना शुरू हो चुका है अप्रैल में ही दूसरी बार हीट वेव ने अपना कहर बर पाना शुरू कर दिया है उत्तर भारत से लेकर पूर्वी भारत तक जबरदस्त गर्मी देखने को मिल रही है कई जगह तापमान 40 डिग्री के पार उत्तर भारत के कई अहम शहर गर्मी से झुलसने शुरू हो चुके हैं

मौसम विभाग के मुताबिक कई राज्यों में लू का असर देखा जा रहा है यह असर आमतौर पर मई में दर्ज देखा जाता है लेकिन इस बार छत्तीसगढ़ झारखंड उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में लू चल रही है यानी लोगों को बचने की जरूरत है तेज गर्मी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है गर्मी का आलम यह है कि देश के कई बड़े शहरों में गर्मी काफी ज्यादा पड़ रही है हालांकि दिल्ली में अभी भी तापमान कम है यहां पर अभी 37 डिग्री के आसपास तापमान है लेकिन लखनऊ में पारा 41 डिग्री पर पहुंच चुका है

इसके अलावा पटना में पारा 43 डिग्री को पार कर चुका है रायपुर में 42 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है वहीं राजस्थान के कोटा में 43 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया जा चुका है जिन राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है उनमें झारखंड भी शामिल है झारखंड के कई शहरों में तो हीट वेव का असर भी दिखने लगा है काफी शहरों में झारखंड में जो पारा है वो 40 को क्रॉस कर गया है कुछ जगहो में 40 के आसपास में है जानकारों के मुताबिक हीट वेव की स्थिति कई राज्यों में अगले तीन दिनों तक जारी रहेगी जानकार लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं

अगर आप जैसे ये अप्रैल महीना चल ही रहा है ऑलमोस्ट हाफ अप्रैल खत्म हो गया है इस समय बहुत सारी जगहो में में भारत के सेंट्रल इंडिया में स्पेसिफिकली टेंपरेचर 40 डिग्री से ज्यादा पहुंच जाते हैं अगर 40 डिग्री से ज्यादा टेंपरेचर होते हैं तो लोगों को थोड़ा प्रिकॉशंस लेना चाहिए सि ढकना चाहिए और पानी का कंजमपट्टी राज्यों में अभी से ही 42 डिग्री से ज्यादा गर्मी दर्ज की जा चुकी है इतना ही नहीं अप्रैल में दो बार हीट वेव आ चुकी है यानी अब आपको मई और जून में ज्यादा गर्मी से निपटने की तैयारी की जरूरत है

बाकी के उसमें भी कहीं ना कहीं गर्मी का जो प्रभाव है वोह देखने को मिल सकता है जितने भी लोग वोट देने जा रहे हैं कहीं ना कहीं इस गर्मी से परेशान होकर घर के अंदर ही बैठना जरूरी समझ रहे हैं और साथ ही साथ आपको बता दें जिस तरीके से अभी हालात हैं जो तापमान है वो आने वाले समय में और भी ज्यादा बढ़ने वाला है और लोगों को गर्मी से और भी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है अनुष्का गर जी मीडिया दिल्ली देश के जिन हिस्सों में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ रही है उनका हाल भी देखिए बिल्कुल उड़ीसा से लेकर झारखंड बंगाल और छत्तीसगढ़ तक गर्मी काफी ज्यादा पड़ रही है

ओड़ीशा के बारीपदा में तापमान 45 डिग्री को पार कर गया 45.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया ओड़ीशा के बारीपदा में वहीं मिदनापुर की बात कर ले पश्चिम बंगाल की तो 42.5 डिग्री यहां पर भी देखने को मिला तापमान जब चेपुर और झारखंड की बात करें तो 43.6 डिग्री वहीं राज नांदगांव छत्तीसगढ़ में भी 43 डिग्री पारा है तो पारा दिन बदन हाई होते जा रहा है और अप्रैल के महीने में ही जून वाली गर्मी इस वक्त आम लोगों को सता रही है और मौसम विभाग ने जैसा अनुमान जताया है उसी के हिसाब से गर्मी अपना रौद्र रूप दिखा रही है और ऐसे में आने वाले जो दिन है वो काफी मुश्किलों भरे हो सकते हैं

आईएमटी ने जो अलर्ट जारी किया था उसी के हिसाब से सूरज इस बार तपा रहा है और चार राज्यों में गंभीर होगी लू की स्थिति अप्रैल महीने में ही दूसरी हीट वेव जारी हो चुकी है बिल्कुल लगातार और देखिए कुछ स्थान पर सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा गर्मी है ग्लोबल वार्मिंग एक बड़ी वजह बताई जा रही है इसी के साथ-साथ लोगों ने सोचा नहीं था कि अप्रैल के महीने में जून की तरह गर्मी पड़ने लगेगी।

Self to netural resources: “Ever wondered how to tap into your own self-neutral resources? Discover the key to unlocking your inner potential and achieving success.”

What is Self Water?

Self to netural resources: Self water, or sustainable water, refers to the conscious management and preservation of water sources to ensure their availability for current and future needs. From pristine lakes to flowing rivers, self water encompasses all forms of water bodies that sustain life on Earth.

Why Self Water Matters

Self water is not only essential for human survival but also for the health of ecosystems worldwide. By prioritizing sustainable water practices, we can mitigate the effects of water scarcity, pollution, and climate change.

Strategies for Self Water Conservation

  1. Rainwater Harvesting: Collecting rainwater for household and agricultural use reduces reliance on traditional water sources and minimizes strain on local ecosystems.
  2. Water Recycling: Treating and reusing wastewater for non-potable purposes conserves freshwater resources and reduces pollution.
  3. Efficient Irrigation Techniques: Implementing drip irrigation and other water-efficient methods in agriculture minimizes water waste and enhances crop yields.

Unveiling Self Natural Resources

Self natural resources encompass the vast array of renewable and non-renewable materials found within self Earth. From minerals to forests, these resources sustain our economies and provide the raw materials for countless products.

Importance of Self Natural Resources

As stewards of self Earth, it’s imperative that we manage natural resources responsibly to avoid depletion and environmental degradation. By embracing sustainable practices, we can ensure the longevity of these valuable assets.

Preserving Self Natural Resources

  1. Renewable Energy Sources: Transitioning to renewable energy sources such as solar and wind power reduces reliance on finite resources like fossil fuels and mitigates climate change.
  2. Forest Conservation: Protecting and restoring forests not only preserves biodiversity but also sequesters carbon dioxide, mitigating the effects of climate change.
  3. Circular Economy: Embracing a circular economy model, where resources are reused, recycled, and repurposed, minimizes waste and conserves natural resource